इस कविता का निर्माण आर्यन राज के द्वारा किया गया है । एवं इसे Edit & Modified करने का कार्य सहायक प्राध्यापक विश्वजीत कुमार (मुंगेर विश्वविद्यालय,मुंगेर) के द्वारा किया गया है।

2 thoughts on “सहमी हुई ये धरा

    1. आप जो कहना चाह रहे थे । उसी बात को लिखने का प्रयास इस कविता में किया गया है।

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